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小幫手:廖玟怡、姚昀、李欣怡

責任編輯:張紹敏

Study in Taiwan 南華大學 宗教學研究所 達喜

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PART 1:關於就讀南華大學宗教學研究所的經驗分享(印度語講座)

講座章節開關
मैं मास्टर डिग्री के लिए ताइवान क्यों आया?

अमन राज भारत के नालंदा से आया एक विद्यार्थी हैं, नालंदा यह स्थल एक ऐतिहासिक और विशेषाधिकार प्राप्त नालंदा विश्वविद्यालय के लिए प्रसिद्ध है। बौद्ध परिवार में जन्मे अमन को बौद्ध इतिहास में गहरी रुचि है। वह अपने स्नातक क़ि पढाई के समय प्राचीन भारतीय और एशियाई इतिहास का अध्ययन को मुख़्य विषय के रूप में चुना। उन्ही दिनों, भारतीय बाजार में चीनी भाषा क़ि बढ़ती प्रसिद्धि ने उन्हें चीनी भाषा सीखने के लिए प्रेरित किया। जब वे नालंदा के खंडहर मे चीन/ताईवान से आये पर्यटकों को स्वेच्छा से गाइड के रूप में काम कर रहे थे, तब उनकी भाग्यवश मुलाकात ताइवान के नानहुआ विश्वविद्यालय के कुलपति से हुयी। कुलपति अमन के आतिथ्य से बहुत प्रभावित हुए और फिर उन्हें ताइवान में अध्ययन करने का मौका दिया।

अपने चीनी भाषा को सुधारना ही अमन का ताइवान आने का मुख्य लक्ष्य था। अमन ताइवानी बौद्ध धर्म के बारे में भी उत्सुक था। ताइवान का बौद्ध धर्म महायान बौद्ध धर्म से सम्बंधित है, जिसकी शुरुआत नालंदा से हुयी थी। "विडंबना यह है कि भारत में बौद्ध धर्म की शुरुआत हुई, लेकिन अब यह भारत को छोड़कर पूरे एशिया में फलता-फूलता है।"

नानहुआ विश्वविद्यालय (NHU)

नानहुआ ताइवान के मध्य में स्थित है। इसे आदरणीय मास्टर त्सिंग यून द्वारा स्थापित किया गया था, जिन्होंने दुनिया भर में पांच विश्वविद्यालयों की स्थापना की है। छात्र/छात्राओं के लिए कई प्रकार की छात्रवृत्ति है, जैसे कि MOFA, MOE, और NHU छात्रवृत्ति (विश्वविद्यालय छात्रवृत्ति)। NHU में पाँच कॉलेज हैं: कॉलेज ऑफ़ ह्यूमैनिटीज़, कॉलेज ऑफ़ मैनेजमेंट, कॉलेज ऑफ़ साइंस एंड टेक्नोलॉजी, कॉलेज ऑफ़ आर्ट्स एंड डिज़ाइन और कॉलेज ऑफ़ सोशल साइंस। नानहुआ 5 बार उत्कृष्ट शिक्षण पुरस्कार जीता चूका है, और यह ताइवान में अद्वितीय जीवन शिक्षा केंद्र है जो क़ि गतिविधियों, नैतिक व्याख्यानों और शैक्षिक बैठकों की पेशकश करता है। इसके अलावा, NHU 2 + 2 कार्यक्रम का मौका देता है, जिसमें छात्र एनएचयू में दो साल और संयुक्त राज्य अमेरिका में दो साल के लिए अध्ययन कर सकते हैं और दोनों विश्वविद्यालयों से डिग्री प्राप्त कर सकते हैं।

NHU को “थ्री गुडनेस कैंपस” के लिए भी जाना जाता है — अच्छे कर्म करें, सही शब्द बोलें और अच्छे विचार सोचें। चूंकि एनएचयू में बहुत सारे अंतर्राष्ट्रीय छात्र अध्ययन कर रहे हैं, इसलिए विश्वविद्यालय विभिन्न गतिविधियों जैसे कि सांस्कृतिक यात्राएं, गायन / नृत्य प्रतियोगिता और अंतर्राष्ट्रीय पर्यटन उत्सव का आयोजन करता है। अमन ने एक बार अंतरराष्ट्रीय फूड फेस्टिवल के दौरान एक भारतीय फूड स्टॉल लगाए थे, जिसने ताइवान के छात्रों और प्रोफेसरों का ध्यान आकर्षित किया!

धार्मिक अध्ययन के स्नातक संस्थान

"जिस तरह एक मोमबत्ती बिना आग के नहीं जल सकती, एक आदमी भी बिना आध्यात्मिक जीवन के अस्तित्व में नहीं रह सकता।" यही कारण है कि अमन धर्म को आवश्यक मानता है। उसके विचार से, धर्म की कुंजी तुलनात्मक अध्ययन, चर्चा और धार्मिक शिक्षकों की बातचीत में निहित है। ताइवान में, शिक्षा प्रणाली अमेरिकी प्रणाली का अनुसरण करती है। ग्रेजुएट इंस्टीट्यूट ऑफ रिलीजियस स्टडीज में छात्रों को 36 क्रेडिट प्राप्त करने की आवश्यकता होती है, जिसमें अनिवार्य कक्षाओं से पांच क्रेडिट, वैकल्पिक कक्षाओं से 27 क्रेडिट और शोधपत्र (थीसिस) लेखन से चार क्रेडिट शामिल हैं। छात्र दो समूहों में विभाजित हैं: धर्म अनुसंधान समूह और बौद्ध समूह।

अमन बौद्ध समूह में शामिल है; वे धार्मिक पद्धति, धर्म पर संगोष्ठी, धर्म और समकालीन सभ्यता, वगैरह जैसे पाठ्यक्रम ले सकते हैं। धार्मिक अध्ययन के स्नातक संस्थान की विशेषताएं पाठ्यक्रम, तुलनात्मक अध्ययन और विभिन्न धार्मिक गतिविधियों की विविधता हैं। अमन ने नानहुआ विश्वविद्यालय क़ि प्रज्ञा छात्रवृत्ति का भी उल्लेख किया, जो क़ि धार्मिक अध्धयन क़ि विभाग द्वारा पेश की जाती है। वह पहले ही बौद्ध विषयों से संबंधित लेख प्रस्तुत करके प्रज्ञा छात्रवृत्ति को 3 बार जीत चुके हैं। 

मैंने धार्मिक अध्ययन संस्थान से क्या सीखा है

वर्त्तमान मे, अमन "नालंदा की पतन का एक विश्लेषणात्मक अध्ययन" विषय पर मास्टर डिग्री के लिए एक शोधपत्र लिख रहा है। एक तरफ, अमन ने थीसिस और धार्मिक पद्धति लिखने के प्रारूप के बारे में सीखा। दूसरी ओर, ताइवान में अध्ययन करने से उसे अन्य धार्मिक दर्शन और ताओ धर्म और लोक-मान्यताओं जैसे ताइवान के धर्मों के बारे में अधिक जानने के लिए मिला। इस संस्थान में एक छात्र के रूप में, आप भविष्य में एक प्रोफेसर, एक टूर गाइड, एक धार्मिक वक्ता, आध्यात्मिक शिक्षक या एक विद्वान होने के लिए सुसज्जित होते हैं। अमन का लक्ष्य प्रोफेसर बनना है; उन्होंने पीएचडी के लिए NHU में बौद्ध प्रबंधन के क्षेत्र में अपना अध्ययन जारी रखने की योजना बनाई है। उन्होंने कहा, "मेरी सबसे बड़ी प्रेरणा और उद्देश्य एक समर्पित बौद्ध हृदय से हैं।" वह नालंदा विश्वविद्यालय के पतन के कारणों और इतिहास में इसकी उपेक्षा किए जाने के कारणों का पता लगाने के लिए उत्सुक हैं।

दिलचस्प पाठ्यक्रम

अमन ने ताइवान में पाली (पारंपरिक बौद्ध भाषा) क़ि कक्षा ली है। जो उनके अध्ययन के लिए बहुत उपयोगी है। “यह आकर्षक ही है क़ि वह ऐसी जगह से आता है जहाँ पाली भाषा का व्यापक रूप से उपयोग किया जाता था, वह पाली मूल सूत्र, पाली व्याकरण और चीनी भाषा में पाली भी सीख सकते है। ' योग की उत्पत्ति भी भारत में हुई। पाठ्यक्रमों के दौरान, अमन ने भारतीय योग और चीनी योग के बीच अंतर सीखा है, जिसमें गतिविधियां, साँस लेना और खींचना शामिल है।

अतिरिक्त पाठयक्रम गतिविधियाँ

अतिरिक्त गतिविधियों के लिए, अमन ने दक्षिण एशियाई छात्र समूह में नृत्य करके भारतीय संस्कृति का प्रतिनिधित्व किया है, और उन्होंने चीनी में एक समारोह की अध्यक्षता की है। इसके अलावा, अमन कई छात्र समूहों के नेता रहे हैं। "विभिन्न गतिविधियाँ विभिन्न जिम्मेदारियों के साथ आती हैं।" वह अंतर्राष्ट्रीय संघ के नेता थे, जिसमें NHU में सभी अंतर्राष्ट्रीय छात्र शामिल हैं। इन अनुभवों ने उनके अग्रणी और संचार कौशल में बहुत सुधार किया है।

उसी समय, उन्होंने कई समारोहों, कार्यशालाओं और आध्यात्मिक व्याख्यान में भाग लिया। ताइवान में अध्ययन करने के अपने मूल लक्ष्य को प्राप्त करने के लिए, वह स्थानीय लोगों के साथ सामाजिक व्यवहार करके चीनी सीख रहा है। उन्होंने स्कूल में कामचलाऊ (पार्ट-टाइम) नौकरी करने के अपने अनुभव का भी उल्लेख किया। अमन दूसरों को सलाह देते हुए बतलाना चाहता है कि जब यहाँ काम करने की बात आती है तो चीनी भाषा को जानना आवश्यक है। अब वह स्वयं धाराप्रवाह चीनी बोल सकता है!

ताइवान बनाम भारत

अमन ने जो पहला सांस्कृतिक अंतर महसूस किया वह खाने क़ि संस्कृति थी। “ताइवान में, वे बहुत कम नमक या चीनी का उपयोग करते हैं, और लोग चाय में बर्फ डालते हैं! शुरुआत में यह काफी कठिन था, लेकिन इसकी आदत पड़ने के बाद, उन्होंने यहाँ के भोजन का भरपूर आनंद लेना शुरू कर दिया, विशेष रूप से बबल टी का! ”अमन के दृष्टिकोण से, ताइवान के लोग बहुत धार्मिक हैं और धार्मिक समूहों का सम्मान करते हैं क्योंकि यहाँ लोगों को स्वतंत्रता है किसी भी धर्म का चयन कर सकते हैं।

ताइवान आकर मैंने क्या पाया

"अपने आप मे विश्वासी बनो, क्योंकि एक नकली की तुलना में मौलिकता क़ि अधिक मूल्य होती है। दूसरों से सीखो; नक़ल मत करो। ”ताइवान में रहने के दौरान, उन्होंने न केवल चीनी भाषा कौशल प्राप्त किया, बल्कि एक बेहतर व्यक्ति के रूप में परिवर्तित हो गए। अब वह एक शोध छात्र, एक आश्वस्त व्यक्ति, एक विनम्र व्यक्ति, और एक ऐसा व्यक्ति है जो कोई भी अवसर नहीं छोड़ना चाहता है। अपनी बात के अंत में, वे उन लोगों को प्रोत्साहित करते हैं जो ताइवान में अध्ययन करने में रुचि रखते हैं: "आईये और अपने आप को उन्नत करिये!"

Why I Came to Taiwan for a Master Degree?

Aman Raj (達喜)comes from Nalanda, a place famous for the historic and privileged Nalanda University. Born in a Buddhist family, he has a strong interest in Buddhist history. He chose to study Ancient Indian and Asian History for the undergraduate program. At the same time, he tried to learn Chinese in order to make ways into the prospering Chinese market. While he was volunteering as a tour guide in Chinese in Nalanda, he met the president of Nanhua University(南華大學). The president was very impressed by Aman’s hospitality and then offered him a chance to study in Taiwan.

To improve Chinese was the main goal for Aman to come to Taiwan. Aman was also curious about Taiwanese Buddhism. Taiwanese Buddhism belongs to Mahayana Buddhism, which was originally from Nalanda. “It is ironic that Buddhism began in India, but now it flourishes all over Asia except in India.” The urgency of the disappearance of Buddhism in India has finally made Aman start his journey in Taiwan.

Nanhua University (NHU)

NHU sits in the middle of Taiwan. It was established by the Venerable Master Hsing Yun(星雲法師), who has founded five universities all over the world. Students have many types of scholarship they can go for, such as scholarships from MOFA, MOE, and NHU. There are five colleges in NHU: College of Humanities, Management, Science and Technology, Arts and Design, and Social Science. NHU has won 5 times of Excellent Teaching Awards and it owns the unique Center of Life Education in Taiwan, offering activities, moral lectures, and cultural meetings. Moreover, students can study in NHU for 2 years plus another 2 years in the USA, and get degrees from both universities.

NHU is also known for “Three Goodness Campus” —Do good deeds, speak good words, and think good thoughts. Since there are lots of international students studying in NHU, the university organizes various activities such as cultural trips, singing/dancing competitions, and international food festival. Aman once set up an Indian food stall during the international food festival, which attracted attention from Taiwanese students and professors!

Graduate Institute of Religious Studies

“Just as a candle cannot burn without fire, a man cannot exist without a spiritual life.” This is why Aman considers religion important. From his aspect, the key of religion lies in comparative studies, discussions and the talks of religious teachers. In Taiwan, the education system follows the American system (credit system). Students in Graduate Institute of Religious Studies are required to gain 36 credits, including 5 credits from compulsory classes, 27 credits from elective classes, and 4 credits from thesis writing. Students are divided into 2 groups: Religion Research Group and Buddhist Group. 

Aman is involved in the Buddhist Group, he can take courses such as Religious Methodology, Seminar on Religion, Religion and Contemporary civilization, etc. The characteristics of the Graduate Institute of Religious Studies are the diversity of courses, comparative studies, and various religious activities. Aman also mentioned Nanhua University Prajna scholarship, which is offered by the department. He has already won 3 times of Prajna scholarship by submitting articles related to Buddhist topics. 

What I’ve Learned from Religious Studies Institute

For now, Aman is doing an analytical study of the decline of Nalanda. On one hand, Aman learned about the format of writing a thesis and religious methodology. On the other hand, studying in Taiwan affords him to learn more about other religious philosophies and Taiwanese religions such as Taoism and folk-beliefs. As a student in this institute, you are equipped to be a professor, a tour guide, a scholar, a religious speaker, or spiritual teacher in the future. Aman’s goal is to become a professor, he plans to continue his study in NHU for a Ph.D. in the field of Buddhist Management. “My biggest motivation and purpose are from a Buddhist devoted heart.” He is eager to find out the reasons behind the decline of Nalanda University, and the reasons why it remains neglected in history. 

Interesting Courses

Aman has taken the Pali (Traditional Buddhist language) class in Taiwan. which is very useful for his study. “It is very interesting. Even though I come from a place where Pali language is widely used, I can learn Pali basic Sutra, Pali grammar, and also the Chinese translation of Pali terms.” Besides, Aman took Yoga and Meditation Classes in NHU. Yoga was also originated in India. During the courses, Aman has learned the differences between Indian Yoga and Chinese Yoga, including movements, breathing, and stretching.

Extracurricular Activities

As for extracurricular activities, Aman has represented Indian culture by dancing in a South Asian student group, and he has presided a ceremony in Chinese. Besides, Aman has been leaders of several student groups. “Different activities come with different responsibilities.” He was the leader of the international association, which involves all international students in NHU. These experiences have greatly improved his leading and communicating skills. 

At the same time, he attended many festivals, workshops, and spiritual lectures. To achieve his original goal of studying in Taiwan, he has been learning Chinese by socializing with local people. He also mentioned his experience of doing part-time jobs at school. Aman reminds others that it is very important to know the Chinese language when it comes to working. Now he can speak Chinese very fluently!

Taiwan vs India

The first cultural shock Aman experienced was the food culture. “In Taiwan, they use little salt or sugar, and people put ice in tea! It was quite hard in the beginning, but after getting used to it, I enjoy the food here a lot, especially the bubble tea!” From Aman’s perspective, Taiwanese people are very religious and respect religious groups since people here have the freedom of selecting any religion.

What I’ve gained in Taiwan

“Be yourself, because originality has greater worth than a copy. Learn from others, don’t go for a copy.” During his stay in Taiwan, he not only gained Chinese language skills but also transformed into a better person. Now he is a research student, a confident person, a polite man, and a man who won’t miss any opportunities. At the end of his talk, he encourages people who are interested in studying in Taiwan: “Come and upgrade yourself!”

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